Guruji Gopal Vyas: चलिए जानते है अगले ५ राज्यों के चुनाव में ग्रह क्या कहते है,
गोवा और उत्तराखंड १४ फरवरी सोमवार को सभी सीटों के लिए वोटिंग करेगा.


उस दिन सूर्य और बुध- कुंभ में राशि में, शनि और शुक्र मकर राशि में रहेंगे, मंगल – धनु राशि में रहेंगे, जिसका प्रभाव जनता के उपर रहेगा, यानी कि जनता बहुत सोच समझ कर वोट करेंगी,
जिस तरह से ग्रहों कि युति है उस तरह से गोवा में मौजूदा सरकार को समर्थन मिलेगा और वह सरकार बनाने कि स्थिति में रहेंगे, और उत्तराखंड मे मौजूदा सरकार को कुछ लाभ नहि दिख रहा है, लेकिन बटे हुए विपक्ष के कारण राज्य में हंग विधानसभा का गठन होगा, निर्दलीय उम्मीदवार कि मदद से मौजूदा सरकार फिर से सत्ता मे आयेंगी.

Guruji Gopal Vyas: पंजाब में जनता २० फरवरी को वोटिंग करेंगी, उस दिन ग्रहों कि स्थिति कैसी रहेगी, आइए देखते हैं, सूर्य – बुध कुंभ में रहेंगे, शनि- शुक्र मकर में रहेंगे और मंगल धनु में रहेंगे, अगर ग्रहों को लेकर देखे तो लगभग गोवा और उत्तराखंड जैसी हि स्थिति है, लेकिन यहां १८ फरवरी को शनि महाराज नक्षत्र बदलेंगे, वह श्रवण नक्षत्र में से धनिष्ठा नक्षत्र में आएंगे , वही से चुनाव का समीकरण बदलजाएंगा,
पंजाब में मौजूदा सरकार वापिस सत्ता में नहि आएंगी, शिरोमणि अकाली दल गठबंधन सरकार बनाने कि स्थिति में रहेंगी, अगर में हर एक पार्टी के बारे में कहूंगा तो आर्टिकल बड़ा हो जाएगा तो कृपया हमारी यू ट्यूब चैनल पे देख लीजिए डिटेल।

Guruji Gopal Vyas: मणिपुर में जनता २७ और ०३ मार्च को वोटिंग करेंगी, सूर्य, शुक्र और बुध कुंभ में रहेंगे, शनि और मंगल मकर में रहेंगे (शनि महाराज धनिष्ठा नक्षत्र) में होंगे.
जनता भावुक होकर वोट करेंगी, विपक्ष कि गैर मौजूदगी और जमीनी हकीकत से दूर जिसका फायदा मौजूदा सरकार को मिलेगा और सरकार बनाने कि स्थिति में रहेंगे

Guruji Gopal Vyas: चलिए जानते है उत्तर प्रदेश क्या कहता है? ७ चरण में होने वाले चुनाव को हम एक एक चरण से समझेंगे.
पहला चरण १० फरवरी जिसमें ५८ सीटों में चुनाव होंगे.
सूर्य – शनि- शुक्र- मकर राशि में
बुध- कुंभ राशि में
मंगल- धनु राशि में।
यानी की भ्रम कि स्थिति में वोटिंग होंगी जिसका फायदा विपक्ष को ज्यादा मिलेगा, और मौजूदा सरकार को भारी नुकसान हो सकता है.
१४ फरवरी को दूसरा चरण जिसमे सूर्य अपनी राशि बदलकर कुंभ में रहेंगे, बुध के साथ. वोटिंग मुख्य मुद्दो के उपर नहि लेकिन विविध समीकरणों के उपर रहेगा.
५५ सीटो में होने वाले इस चुनाव में किसी भी पार्टी को ज्यादा लाभ नहि होगा , यहां वोटर बटा हुआ है.
तीसरा और चौथा चरण चुनाव २० और २३ फरवरी को होंगा जिसमे ११९ सीटो पर जनता वोट करेंगी, यहां पर बाकि ग्रहों कि स्थति तो वैसे हि रहेंगी लेकिन शनि महाराज नक्षत्र बदलेंगे, यानी कि शनि महाराज धनिष्ठा नक्षत्र में होंगे, जो मंगल का नक्षत्र है जिसका प्रभाव पड़ेगा यानी कि यहां पर किसान, खनन, स्वास्थ और जमीन जेसे मुद्दो को जनता ध्यान में रखकर वोट करेंगी, मौजूदा सरकार को भारी नुकसान पहुंचेगा इन दो चरणों में, विपक्ष में वोट बट जाएंगे , कुल मिला कर इन दो चरणों में कोई विशेष पार्टी को ज्यादा लाभ नहि मिलेगा.
२७- फरवरी, ३ और ७ मार्च को पांचवा, छठा और सातवे चरण का चुनाव होना है, जिसमे कुल मिलाकर ६०-५७-५४=१७१ सीटों पर जनता वोट करेंगी,
यहां पर सूर्य- शुक्र- बुध कुंभ में रहेंगे, लेकिन शनि और मंगल कि युति मकर राशि में होंगी.
शनि और मंगल शत्रु हैं, मंगल ग्रह का प्रभाव पड़ेगा लेकिन शनि अपनी राशि में होने से पहेलसे हि मजबूत है यानी नि यह ३ चरण का चुनाव उत्तर प्रदेश का राजकीय समीकरण बदल देगा, इन तीन चरणों में प्रचार काफी आक्रमक रहेगा,, संभावना है कि वोटिंग के दिन हिंसा और खून खराबा हो सकता है,
जानता इन तीन चरणों में भावनाओ को ध्यान में रखकर वोट करेंगी जिसका सीधा फ़ायदा मौजूदा सरकार को होगा और विपक्ष को भारी नुकसान होगा.
इन पांचों राज्यों में किस पक्ष को कितनी सीटे मिलेंगी यह विश्लेषण गुरूजी गोपाल ४ मार्च को बताएंगे.
Nice